जबकि जस्टिस गोखले के मुताबिक मद्रास हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस होने के नाते उन्होंने खुद ही जस्टिस रघुपति का खत जस्टिस बालाकृष्णन को भेजा था जिसमें राजा का जिक्र था और जस्टिस बालाकृष्णन की ओर से उन्हें खत पाने की जानकारी भी मिल गई थी।
गौरतलब है कि एक केस के सिलसिले में जस्टिस रघुपति के पास ए राजा का एक फोन आया था लेकिन जस्टिस रघुपति ने राजा से बात नहीं की थी। उधर पूर्व चीफ जस्टिस केजी बालाकृष्णन ने एक बार फिर कहा है कि उनके सामने ऐसा कोई मामला नहीं आया जिसमें किसी मंत्री ने किसी जज से बात की हो।
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