बिहार में ईमानदार पत्रकारिता मतलब जेल. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 6 जनवरी 2011

बिहार में ईमानदार पत्रकारिता मतलब जेल.

क्या बिहार की पत्रकारिता को घुन लग गया है? रूपम पाठक को इन्साफ के लिए जजब मीडिया का सहारा चाहिए था तो सारे मीडिया हॉउस सत्ता सेवा में लगे हुए थे. क्या हिन्दुस्तान क्या जागरण, आज हो या सहारा या फिर प्रभात खबर या फिर अन्य अखबार सभी के पत्रकार से लेकर सम्पादक तक नीतीश सेवा में लगे हुए थे तो इन्साफ की आवाज में रूपम का साथ देने का साहस किया नवलेश पाठक ने.

जब रूपम ने इन्साफ की लड़ाई का आखिरी हथियार चला दिया तो परिणाम स्वरुप नवलेश पाठक को सरकार के नुमाइंदे अपहरण कर के जेल भेज देते हैं और बिहार के बड़े अख़बारों के सम्पादक हड्डी के लिए नीतीश दरबार में कूँ कूँ करते हुए नजर आते हैं. अगर बिहार की पत्रकारिता दहाड़ नहीं सकती तो भोंकना भी भूल चुकी है.

पूर्णिया सदर से भाजपा विधायक राजकिशोर केसरी हत्याकांड मामले में पुलिस ने एक स्थानीय साप्ताहिक के संपादक नवलेश पाठक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है. पुलिस ने उसे आज गिरफ्तार कर लिया.


पूर्णिया रेंज के डीआईजी (पुलिस उपमहानिरीक्षक) अमित कुमार ने आज पत्रकारों को बताया कि दिवंगत विधायक के भतीजे सुदीप केसरी के बयान पर केहाट थाना में विधायक की हत्या की आरोपी रुपम पाठक, पत्रकार नवलेश पाठक और एक अन्य अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ कल रात प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी.


डीआईजी ने कहा कि पुलिस ने नवलेश पाठक को उसके घर से गिरफ्तार किया और उससे कई घंटे तक पूछताछ भी की गयी है. मालूम हो कि पाठक ‘क्विसलिंग’ नामक एक साप्ताहिक पत्रिका के संपादक हैं. इस पत्रिका में ही सबसे पहले आरोपी महिला रुपम पाठक की शिकायत पर उसकी यौन शोषण की रिपोर्ट कुछ ही महीने पहले छपी थी. पुलिस को उम्मीद है कि नवलेश पाठक की गिरफ्तारी से इस घटना के बारे में कुछ नयी बातें सामने आ सकती हैं. इधर, पाठक की पत्नी ने आरोप लगाया है कि पुलिस जांच में पक्षपात कर रही है. साथ ही उन्होंने आशंका जताई है कि पुलिस हिरासत में पत्रकार की जान को खतरा है.


रूपम पाठक की आज कोर्ट में पेशी होनी थी. लेकिन, ख़राब स्वास्थ्य के कारण आज रूपम की पेशी अदालत में नहीं हो सकेगी. सो, आज रूपम को डाक्टरों की निगरानी कटिहार मेडिकल हास्पिटल एंड कालेज में ही रखा जायेगा. मालूम हो कि रूपम ने अपने बयान में कल ही विधायक की हत्या की बात स्वीकार ली थी.


2 टिप्‍पणियां:

Satish Chandra Satyarthi ने कहा…

आप सही रिपोर्टिंग करते रहें... एक मुंह से निकला सत्य सौ झूठों से बड़ा होता है.... इस खबर को सामने लागे का आभार....

भारतीय नागरिक - Indian Citizen ने कहा…

धिक्कार है ऐसे प्रशासन पर.